द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि भक्त कौन है? भक्ति क्या है? जो व्यक्ति का किसी के प्रति अत्यधिक समर्...
द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि भक्त कौन है? भक्ति क्या है?
जो व्यक्ति का किसी के प्रति अत्यधिक समर्पित भाव रखता हो, उसे भक्त कहा जाता है।
दक्षिणपंथ विचारधारा के अनुसार-
- भक्ति जब भूख में प्रवेश करती है। तो भूख व्रत बन जाता है।
- भक्ति जब पानी में प्रवेश करती है। तो पानी चरणामृत बन जाता है।
- भक्ति जब भोजन में प्रवेश करती है। तो भोजन प्रसाद बन जाता है।
- भक्ति जब यात्रा में प्रवेश करती है। तो यात्रा तीर्थयात्रा बन जाता है।
- भक्ति जब संगीत प्रवेश करती है। तो संगीत कीर्तन बन जाता है।
- भक्ति जब घर में प्रवेश करती है। तो घर मंदिर बन जाता है।
- भक्ति जब कार्य में प्रवेश करती है। तो कार्य कर्म बन जाता है।
- भक्ति जब व्यक्ति में प्रवेश करती है तो व्यक्ति मानव बन जाता है।
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