The Bhramjaal में एक बार फिर आपका स्वागत है। [Interstellar Movie Explained in Hindi] इस लेख में हम अपनी हिन्दी में जानेंगे कि इंटरस्टेलर क...
The Bhramjaal में एक बार फिर आपका स्वागत है। [Interstellar Movie Explained in Hindi] इस लेख में हम अपनी हिन्दी में जानेंगे कि इंटरस्टेलर की कहानी क्या है?
Science Fiction श्रेणी में बनी Christopher Nolan की महानतम फिल्म Interstellar की Story और उससे जुड़ी विभिन्न बातों का विश्लेषण करेंगे।
What is Miller in Interstellar?
Interstellar Movie में मिलर वह पहला ग्रह था, जहां नायक कूपर और उसकी टीम जीवन योग्य परिस्थितियों की संभावनाएँ तलाशने गयी थी। फ़िल्म के वैज्ञानिक सलाहकार किप थोर्न की फ़िल्म पर लिखी गयी किताब के आधार पर मिलर ग्रह से जुड़े कुछ रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं।
डाउनलोड करें! - From 3 (Web Series)इंटरस्टेलर में मिलर प्लेनेट क्या है?
1. मिलर प्लेनेट हमारे सूर्य जैसे 10 करोड़ सितारों जितने वजनी "गार्गेंटुआ" (Gargantua) नामक ब्लैकहोल के इवेंट होराइजन से थोड़ा दूर रहते हुए ब्लैकहोल का चक्कर काट रहा है। इवेंट होराइजन अर्थात वह सीमा रेखा - जिसे पार करने के बाद ब्लैकहोल से बाहर निकल पाना असंभव है।
2. गार्गेंटुआ के इवेंट होराइजन की परिधि 1 अरब किमी है। बाहरी ब्रह्मांड से देखने पर प्रतीत होता है कि मिलर इस दूरी को 1.7 घण्टे में तय करता है। पर चूंकि गार्गेंटुआ के नजदीक होने के कारण मिलर ग्रह का समय बाकी ब्रह्मांड के मुकाबले धीमा चलता है, इसलिए मिलर ग्रह पर मौजूद घड़ी के हिसाब से यह दूरी 1/10 सेकंड में पूरी होती है।
अर्थात - मिलर एक सेकंड में गार्गेंटुआ के 10 चक्कर लगाता है।
3. मिलर एक सेकंड में गार्गेंटुआ के 10 चक्कर लगाने के साथ-साथ अपने अक्ष पर भी 10 चक्कर लगाता है। जिससे मिलर ग्रह का आधा हिस्सा बिना घूमे हमेशा गार्गेंटुआ की तरफ बना रहता है, और आधा दूसरी तरफ - ठीक हमारे चंद्रमा की तरह।
ऐसा क्यों? ऐसा न होता तो गार्गेंटुआ की ग्रेविटी से उत्पन्न शक्तिशाली टाइडल वेव्स ने मिलर ग्रह के टुकड़े-टुकड़े कर दिए होते।
4. ऊपर बताई गई प्रक्रिया में एक निश्चित समय के बाद मिलर प्लेनेट का फेशियल ओरिएंटेशन गार्गेंटुआ से बिगड़ जाता है, जिसे वापस आटोमेटिक सेट होने में थोड़ा समय लगता है। कितना समय - लगभग एक घण्टा। इसी एक घण्टे के दौरान मिलर ग्रह "Back & Forth Stretch" होता है, जिस कारण मिलर पर 4000 फुट ऊंची जल की लहरें उत्पन्न होती हैं। यही कारण है कि फ़िल्म में उन लहरों के वापस आने का समय-अंतराल एक घण्टा ही बताया गया है।
5. अगर गार्गेंटुआ की गैलेक्सी की आयु 12 अरब वर्ष मानी जाए, तो सापेक्षिक समय के आधार पर मिलर ग्रह की आयु 2 लाख साल होती है।
6. Miller Planet से देखने पर गार्गेंटुआ का क्षितिज पर आकार लगभग दस डिग्री यानी हमारे चाँद से लगभग बीस गुना ज्यादा है। पर वास्तविक आंकड़ों के आधार पर गार्गेंटुआ मिलर से इतना बड़ा दिखता कि पूरे क्षितिज को ही ढक ले। चूंकि क्रिस्टोफर नोलान गार्गेंटुआ के नजदीकी दृश्य दर्शकों की उत्सुकता बनाये रखने के लिए फ़िल्म के अंत में दिखाना चाहते थे, इसलिए सिनेमैटिक लिबर्टी लेते हुए उन्होंने गार्गेंटुआ को वास्तविक आकार से छोटा दिखाया।
7. मिलर के वातावरण में ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा बताई गई है। पर कैसे? जहां तक मैं जानता हूँ - ऑक्सीजन अपने बेहद रिएक्टिव नेचर के कारण प्रकृति में कभी भी मुक्त अवस्था में नहीं पाई जाती, जब तक कि कोई चीज निरंतर ऑक्सीजन का निर्माण न कर रही हो। पृथ्वी पर यह कार्य समुद्री वनस्पति करती है। मुझे इसका स्पष्टीकरण फ़िल्म या किताब में नहीं मिला। या हो सकता है कि मुझसे मिस हो गया हो।
गरगेन्चुआ के बेहद निकट होने के कारण उत्पन्न एक्सट्रीम टाइम डायलेशन की वजह से मिलर ग्रह पर बिताया गया एक घण्टा पृथ्वी के 7 वर्षों के बराबर है।
यही कारण है कि मिलर पर 3 घण्टे से कुछ ऊपर समय बिता कर हमारा नायक कूपर जब ब्लैकहोल की बाउंड्री से बाहर मौजूद बेस-स्टेशन (Endurance) पर पहुंचता है तो पाता है कि वहां मौजूद उनका साथी 3 घण्टे से नहीं, बल्कि लगभग 23 साल से उनका इंतजार कर रहा है।
इस दौरान पृथ्वी से आये रिकार्डेड मैसेज देखने से कूपर को यह पता चलता है कि इस 23 साल में कूपर जिस दुनिया को जानता था, वह बहुत पीछे छूट चुकी थी। जिन मासूम बच्चों को वह पृथ्वी पर पीछे छोड़ कर आया था, वे बच्चे स्वयं प्रौढ़ावस्था की दहलीज पर कदम रख चुके थे। इन 23 साल में कूपर दादा बन चुका था और अपने नाती को हमेशा के लिए खो भी चुका था। उसका बेटा उसके लौटने की उम्मीदों को हमेशा के लिए त्याग कर उसे आखिरी अलविदा कह चुका था। और उसकी जान से प्यारी बेटी 23 सालों की खामोशी से आजिज आ कर कूपर को उसे अकेला छोड़ देने के लिए लानतें भेज रही थी।
कूपर इसके बाद स्वयं को संभाल नहीं पाता और बच्चों की तरह बिलखने लगता है। यह दृश्य मुझे अंदर तक कचोट देता है।
यही स्पेस एक्सप्लोरेशन का सबसे स्याह पहलूँ है। ब्रह्मांड बेहद विशाल है और इसकी थाह तभी ली जा सकती है, जब आपका समय दूसरों के मुकाबले धीमे चले। Interstellar Movie में Time Dilation दर्शाया गया है।
अर्थात - अंतरिक्ष की यात्रा वास्तव में समय की एक-तरफा यात्रा है।
इस यात्रा में बेहतर भविष्य को निर्मित करने की एक ही कीमत है - अपने चिरपरिचित भूतकाल को हमेशा के लिए गंवा देना।
यह कीमत सुदूर भविष्य में सितारों के सफर पर निकलने वाले प्रत्येक अंतरिक्ष-यात्री को चुकानी होगी।
वर्ष 2067 चल रहा है। किसी सूक्ष्मजीवी से उत्पन्न "Blight" नामक रोग के कारण पृथ्वी फसलें नष्ट होने से धीरे-धीरे निर्जन होती जा रही है। इंसानों के सारे पैतरें असफल हो चुके हैं, मानवता अंत के कगार पर खड़ी है।
इस बीच शनि ग्रह के निकट एक Wormhole उत्पन्न होता है, जो 12 अरब प्रकाशवर्ष दूर मौजूद एक गैलेक्सी तक पहुंचने का शॉर्टकट है। वहां 3 जीवन योग्य ग्रहों के मौजूद होने की संभावनाएं हैं।
नासा में मौजूद वैज्ञानिकों के पास संसार को बचाने के दो प्लान हैं - Plan A और Plan B फ़िल्म के नायक और स्पेसशिप पायलट कूपर को इन ग्रहों की तफ्तीश कर सही ग्रह की जानकारी पृथ्वी पर भेजनी है। इस बीच प्रोफेसर ग्रेविटी की समस्या को सॉल्व करके गुरुत्वाकर्षण को कृत्रिम रूप से कम करके ज्यादा से ज्यादा पृथ्वीवासियों को नए ग्रह तक ले जाने की कोशिश करेगा। पर अगर समय रहते ग्रेविटी की गणित सॉल्व नहीं हुई, तो चूंकि पृथ्वी पर स्पेस ट्रांसपोर्ट के संसाधन अब नहीं बचें हैं, इसलिए कूपर की टीम "Frozen Embryos" के जरिये नए ग्रह पर इंसानों की नयी नस्ल की शुरुआत करेंगे, पृथ्वीवासियों को उनके हाल पर छोड़कर।
यहाँ यह गौरतलब है कि प्रोफेसर को पता था कि ग्रेविटी की समस्या सुलझाना उसके बस का नहीं है। वो बस कूपर की योग्यता को इस्तेमाल करने के लिए उसे फुसला कर मिशन पर भेज देता है। प्रोफेसर का मकसद मिशन पर जा रही अपनी बेटी "अमिलिया ब्रेंट" को बचाना और इंसानों की नस्ल को सुरक्षित रखना है।
इस सबसे अनिभिज्ञ 35 वर्षीय कूपर अपनी 10 वर्षीय नाराज बेटी को बिलखता छोड़ यह वादा कर के अपने मिशन पर रवाना हो जाता है कि - मैं तुम्हारे ही बेहतर भविष्य के लिए जा रहा हूँ पर मैं वापस आऊंगा। ये एक पिता का वादा है।
यहां यह मेंशन करना जरूरी है कि इस फ़िल्म का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा कूपर की बेटी का लाईब्रेरी वाला कमरा है, जिसमें अजीबोगरीब हरकते होती हैं। कभी किताबें गिर जाती हैं। कभी अजीब पैटर्न के संदेश मिलते हैं। खैर उस पर अंत में आएंगे।
कूपर 2 साल का सफर करके सबसे पहले प्लेनेट मिलर पर पहुंचता हैं, जहां 3 घण्टे में टाइम डायलेशन के कारण पृथ्वी पर 23 साल बीत जाते हैं। वहां से कूपर प्लेनेट-मान पर जाता है, जहां फंसे हुए अस्ट्रॉनॉट डॉक्टर मान ने प्लेनेट के जीवनयोग्य होने के फेक सन्देश भेजे होते हैं, ताकि उसके झांसे में फंस कर कोई वहां आये और वह वहां से निकल सके। मान से हुई मुठभेड़ में स्पेसशिप का बहुत नुकसान होता है। ईंधन कम होने के कारण वजन कम करने के लिए कूपर स्वयं की कुर्बानी देकर एक मॉड्यूल को अलग करके ब्लैकहोल के ग्रेविटेशनल स्लिंगशॉट इफ़ेक्ट से अमिलिया ब्रेंट को तीसरे प्लेनेट की ओर रवाना कर देता है और स्वयं ब्लैकहोल में गिर जाता है।
ब्लैकहोल में गिरने के बाद सिंगुलैरिटी से ठीक पहले कूपर वहां के स्पेसटाइम में कृत्रिम रूप से रखे गए एक टेसेरेक्ट (Tesseract) में प्रवेश करता है, जिसमें वह भूतकाल में अपने को अपनी बेटी के लाइब्रेरी वाले कमरे के इर्दगिर्द पाता है। यहां धातव्य रहे कि पांचवे आयाम में मौजूद यह टेसेरेक्ट 15 करोड़ किमी लंबा और सिर्फ उस कमरे के इर्दगिर्द ही बनाया गया था, जहां से कूपर कमरे के भीतर देख सकता था।
अर्थात, टेसेरेक्ट पांचवे आयाम का एक हिस्सा था, पूरा आयाम नहीं।
तो पांचवा आयाम कैसा दिखता है? हमें नहीं पता। मान लीजिए कि हमारा ब्रह्मांड एक नदी के समान है और हम नदी की मछली। हमारे लिए नदी से बाहर का क्षेत्र पांचवा आयाम है, जिसे हम देख-सूंघ-छू नहीं सकते पर नदी से बाहर मौजूद लोग इस नदी-रूपी ब्रह्मांड में जहां चाहे देख सकते हैं, जब चाहें इस नदी में प्रवेश करके किसी भी इवेंट से छेड़छाड़ कर सकते हैं। खैर, हायर डायमेंशन पर जल्द एक अलग से पोस्ट।
Tesseract में पहुंचने के बाद कूपर को एहसास होता है कि पूर्वकाल में उसकी बेटी के कमरे में हो रही अजीबोगरीब घटनाओं का कारण वह स्वयं है। जल्द ही उसे वहां अपने होने का उद्देश्य समझ में आता है और वह ब्लैकहोल के भीतर के क्वांटम डेटा को अपनी बेटी की घड़ी में मोर्स-कोड के रूप में फीड कर देता है, इस उम्मीद में कि पृथ्वी की विषम परिस्थितियों में अकेला छोड़ दिये जाने से नाराज होकर उसका घर छोड़ चुकी बेटी एक दिन अपने पिता की आखिरी निशानी उस घड़ी को लेने वापस आएगी और उसमें छिपे संदेशों को समझ कर ग्रेविटी की समस्या सुलझा कर, प्रोफेसर के अधूरे काम को पूरा करने, और मानवता की रक्षा करने में कामयाब होगी। और ऐसा होता भी है। उसकी बेटी लगभग 35 साल की उम्र में उस घड़ी को प्राप्त करती है।
कूपर द्वारा डाटा ट्रांसफर होने के बाद टेसेरेक्ट गायब होने लगता है और कूपर की आंखें शनि ग्रह के पास अंतरिक्ष में बसे "कूपर-स्टेशन" पर खुलती हैं। जो उसने चाहा था, वो हो चुका है। मानवता सुरक्षित है और उसकी बेटी बीते 54 वर्षों में विश्व-नायक बन चुकी है। तो ये वर्महोल और टेसेरेक्ट बनाने वाले कौन थे? ये आप दिमाग लगाने के लिए आजाद हैं। मेरा अनुमान प्रथम कमेंट में है।
Interstellar Movie अपनी साइंटिफिक डिटेल्स और Visual के लिए पूरे विश्व में सराही गई है।
फ़िल्म का सबसे सशक्त दृश्य वह है, जब Cooper (Matthew McConaughey) अपनी 90 साल की अपनी बेटी से वापस मिलता है, जब वो महज 10 साल की थी उसे छोड़ कर वह मिशन पर रवाना हुआ था।
जीवन के अंतिम समय में कूपर को देख उसकी बेटी कहती है - "कोई मेरा विश्वास नहीं करता था लेकिन मुझे पता था, आप एक दिन वापस जरूर आओगे।" यह दृश्य संवेदनशील लोगो को रुला देता है।
कूपर पूछता है - कैसे?
बेटी रुँधे गले से कहती है - क्योंकि मेरे पिता ने मुझसे वादा किया था।
और इस दृश्य में आंख मूंदे कूपर के चेहरे पर जो गहरे सुकून के भाव नजर आते हैं, वो बीते 80 बरस अपनी बेटी से दूर रहने के विषाद पर पूरी तरह भारी हैं।
Interstellar Movie बताती है कि ग्रेविटी एकलौती चीज है, जो समय और आयामों के बीच सफर कर सकती है, पर शायद एकलौती चीज नहीं। शायद प्रेम भी समय और आयामों से परे की चीज है।
Interstellar Movie > ग्रेविटी, स्पेस-ट्रैवल अथवा समानांतर आयामों की नहीं... मेरे लिए यह एक पिता द्वारा अपनी बेटी को दिए एक वादे की कहानी है।
वो वादा - जो काल और आयामों की सीमा तोड़ कर भी पूरा हुआ !!!
Ori. Author - Vijay Raj Sharma
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