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Sanatan Dharm in Hindi | सनातन क्या है?

द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की विशेष चर्चा Sanatan Dharm in Hindi में हम बात करेंगे सनातन धर्म के उन बिंदुओं पर जिस पर अन्...

Sanatan-Dharm-In-Hindi

द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की विशेष चर्चा Sanatan Dharm in Hindi में हम बात करेंगे सनातन धर्म के उन बिंदुओं पर जिस पर अन्य धर्म के मानने वाले टिप्पणियाँ करते देखे जाते है।

भारत में सनातन धर्म को लेकर विवाद बहुत पुराना है।

सनातन धर्म क्या है?

अगर गूगल पर Sanatan Dharm शब्द सर्च करेंगे तो सबसे पहले आए परिणाम में आपको Wikipedia पर लिखा मिलेगा -

'सनातन' का अर्थ है - शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला', अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त।

सनातन का क्या अर्थ है?

उपरोक्त पंक्ति से Sanatan का सीधा सा अर्थ निकल कर आता है, वह है "जो सदा से है!" यह एक विशेषण युक्त शब्द है।

कुछ प्रबुद्ध लोग Sanatan आपको इस प्रकार भी में समझाते मिल जाएंगे -  

  • सनातन: अर्थात अहम् ब्रह्मास्मि।
  • सनातन: अर्थात वसुधैव कुटुम्बकम का सिद्धांत।
  • सनातन: अर्थात सभी में एक ही आत्मा का वास है।
  • सनातन: अर्थात सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे भवन्तु निरामया का सिद्धांत।

Sanatan Dharm अपनाने वाले के लिए न तो कोई अलग देश है, ना ही अलग जाति और न ही अलग से कोई धर्म। सभी एक ही हैं।

[dharmo rakshati rakshitah] जब सम्पूर्ण सृष्टि एक ही परमात्मा की बनाई हुई है, तो फिर सबके अलग-अलग धर्म कैसे हो सकते है? हाँ, भौगोलिक विभाजन हो सकता है, उनके तौर-तरीके अलग हो सकते हैं, भाषा अलग हो सकती है, लेकिन तथ्य एक ही है?

यह भी सत्य है कि सनातन का हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है। न ही कर्मकांडों से दूर-दूर तक कोई भी सम्बन्ध है, अतः इस भ्रमजाल से बाहर निकलिए, अधिक भावुक होने की जरूरत नहीं है।

यह शब्द कोई नया भी नहीं है। यह बहुत प्राचीन है। वेदों में इसकी परिभाषा है, सनातन अत एव पुनर्नवा, यानी सनातन वह है, जो निरंतर नया होता रहता है। इसे समझने के लिए थोड़ा विस्तार से देखना होगा। ध्यानियों ने जब जीवन को समझा-जाना, तब यह पाया कि बाहर से तो जन्म-मृत्यु का खेल चलता रहता है, लेकिन उसके मूल में कुछ है, जो सदा बना रहता है।

सूरज की गति से प्रकाश और अंधेरा होता है, लेकिन यह खेल जिस अवकाश में होता है, वह शाश्वत है, यानी सनातन है। जीवन हर पल मरता है और प्रति पल पैदा होता है। जैसे, एक सांस आती है और दूसरी बाहर जाती है। आती सांस जन्म है, जाती सांस मृत्यु है। यह जो लय हैजीवन की, वही सनातन है। वस्तुतः सनातन समयातीत होता है। सनातन का मतलब होता है कि जिसमें नए और पुराने का कोई अर्थ ही नहीं है, जो सदा है। पुराने का मतलब है, जो कभी था। नए का मतलब है, जो कभी नहीं था। इसमें लड़ने जैसी कोई बात ही नहीं है।

धर्म Sanatan है, लेकिन सनातन धर्म जैसी कोई चीज नहीं है, क्योंकि Sanatan Dharm का तो मतलब होगा कि कुछ सामयिक धर्म भी हैं। Sanatan Dharm का मतलब होगा कि कुछ क्षणिक धर्म भी हैं। नहीं, सनातन धर्म जैसी कोई चीज नहीं है। धर्म का होना ही सनातन है। लेकिन ध्यान रहे, धर्म पुराना होता है, जब शास्त्र बनता है।

जैसे, किताब बनी, वह पुरानी होगी, लेकिन ज्ञान कभी पुराना नहीं होता और जो पुराना हो जाता है, वह मर जाता है। धर्म चूंकि मर नहीं सकता, इसलिए वह कभी पुराना भी नहीं हो सकता।

लेकिन पूरी दुनिया के धार्मिक लोग यह बताने की कोशिश करते हैं कि उनका धर्म सबसे ज्यादा पुराना। जैसे, पुराना होना कोई मूल्य है। परमात्मा न पुराना है और न नया। वह सदा वही है। धर्म कभी बासी नहीं होता, ग्रंथ हो जाते हैं, क्योंकि वे आदमी की लिखी हुई किताबें हैं, वे तो पुरानी पड़ेंगी ही ।

Dharm बहुत विराट है, उसका मूल अर्थ है धारण करने वाला नियम। यह नियम वैज्ञानिक है, भौतिक विज्ञान का हिस्सा है। इसे सभी वैज्ञानिक मानते हैं, उसी तटस्थ भाव से हमें धर्म के नियम मानने चाहिए, धर्म को हमने इतना छोटा कर दिया है कि जरा सी बात पर ठेस लग जाती है। धर्म कोई नासूर नहीं है, यह तो सब नासूरों को स्वस्थ करने वाला अमृत है।

सनातन धर्म और पूंजीवाद

भारत में पिछले दशकों के धर्म और कुंभ में बड़े पूंजी के खिलाड़ियों का पदार्पण हो चुका है। सनातन धर्म के महाकुंभ और धर्म में पूंजीवाद के इस खेल को भी समझना जरूरी है। पूंजीपति सतह पर धार्मिक होने का नाटक करता है, मंदिर बनाता है, घाट बनाता है, दान-पुण्य करता है, लेकिन व्यवहार में धर्मविरोधी काम करता है। पूँजीपति का गुण है हर चीज को व्यापार या धंधे में रुपान्तरित कर देना।

पूँजीवाद का सकल आचरण धर्म को धर्म नहीं रहने देता, नदियों को पवित्र नहीं रहने देता। मंदिरों, संतों, महंतों को टके का ग़ुलाम बना देता है। यहाँ तक कि धर्म को शांति के धर्म की बजाय धंधे का मंच बना देता है। इसके बावजूद जनता पूँजीपति को महान धार्मिक समझता है।

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