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फिदेल कास्त्रो कौन थे? - बायोग्राफी

द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि फिदेल एलेजांद्रो कास्त्रो रूज कौन थे? साथ ही जानेंगे उनकी पूरी बायोग...

Fidel-Castro

द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि फिदेल एलेजांद्रो कास्त्रो रूज कौन थे? साथ ही जानेंगे उनकी पूरी बायोग्राफी हमेशा की तरह अपनी सरल हिन्दी में।

फिदेल कास्त्रो कौन थे?

फिदेल कास्त्रो का पूरा नाम फिदेल एलेजांद्रो कास्त्रो रूज (Fidel Alejandro Castro Ruz) था। उनका जन्म 13 अगस्त, 1926 को क्यूबा के पूर्वी ओरिएंट प्रांत में बिरान के पास हुआ था।

वह अपने दो भाइयों राउल और रामोन और तीन बहनों एंजेला, एम्मा और अगस्टिना सहित छह बच्चों में से तीसरे थे। उनके पिता एंजेल मूल रूप से स्पेन के एक धनी चीनी बागान मालिक थे, उन्होंने अपना अधिकांश व्यवसाय अमेरिकी स्वामित्व वाली यूनाइटेड फ्रूट कंपनी के साथ किया था, जो उस समय उस क्षेत्र में कृषि क्षेत्र पर हावी थी।

उनकी माँ लीना रूज गोंजालेज, फिदेल के जन्म के समय एंजेल की पहली पत्नी मारिया लुइसा अर्गोटा की नौकरानी थीं। जब फिदेल 15 साल के हुए, तो उनके पिता ने अपनी पहली पत्नी से Divorce ले कर, फिदेल की माँ से विवाह कर लिया।

17 वर्ष की आयु में, फिदेल को उनके पिता ने औपचारिक रूप से मान्यता दी और उनका नाम रूज से बदलकर कास्त्रो रख दिया।

निजी जेसुइट बोर्डिंग स्कूलों (Jesuit Boarding Schools) में शिक्षा प्राप्त करने वाले कास्त्रो क्यूबा की गरीबी के बीच समृद्ध परिस्थितियों में पले-बढ़े, लेकिन अपने शिक्षकों से उन्हें स्पेन के प्रति गर्व की भावना भी मिली। कम उम्र में ही कास्त्रो बौद्धिक रूप से प्रतिभाशाली दिखने लगे थे, लेकिन कुछ हद तक वह उपद्रवी भी थे और अक्सर पढ़ाई से ज़्यादा खेलों में रुचि रखते थे। उन्होंने सैंटियागो डे क्यूबा में कोलेजियो डोलोरेस और फिर हवाना में एल कोलेजियो डे बेलेन में पढ़ाई की, जहाँ उन्होंने स्कूल की बेसबॉल टीम के लिए पिचिंग की और साथ ही बास्केटबॉल खेला और ट्रैक पर दौड़ लगाई।

1945 के अंत में अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, कास्त्रो ने हवाना विश्वविद्यालय में लॉ स्कूल में प्रवेश लिया और क्यूबा के राष्ट्रवाद, साम्राज्यवाद-विरोध और समाजवाद के माहौल में डूब कर, अपनी ऊर्जा को पूरी तरह से राजनीति पर केंद्रित कर दिया।

क्यूबा की क्रांति का नेतृत्व फिदेल कास्त्रो ने किया था। वह 2008 तक क्यूबा की सरकार के प्रमुख थे।

अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने 634 बार फिदेल कास्त्रो को मारने की कोशिश की थी। हर बार वे अपने मंसूबों में नाकाम साबित हुए।

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दुनिया में CIA का खौफ और साख है। इस खुफिया एजेंसी को प्रदर्शन के लिहाज से प्रभावशाली, सफल, सक्षम, योग्य और कुशल माना जाता है। लेकिन क्यूबा के मामले में CIA फिस्सडी साबित हुआ।

कम्युनिस्ट शासन से पहले क्यूबा की जनता महंगाई और गरीबी से परेशान थी। फिदेल कास्त्रो ने क्यूबा जी जनता को मुफ्त इलाज, शिक्षा और बहुत ही कम दरों पर राशन उपलब्ध कराया। यह क्यूबा में सामाजिक क्रांति थी।

फिदेल कास्त्रो के प्रति जनता और उनके आसपास के लोग वफादार थे। फिदेल कास्त्रो की सुरक्षा दरअसल हथियारबंद सुरक्षाकर्मी से ज्यादा के वफादारी के चक्रव्यूह पर टिकी थी।

CIA इसी वफादारी का चक्रव्यूह भेद नही पाए। उन्हें क्यूबा में कोई विभीषण नही मिला। 2016 में 90 वर्ष की आयु में फिदेल कास्त्रो का देहांत हो गया।

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