द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि अधिक मिलने-जुलने से सम्मान कम क्यों हो जाता है? Adhik Milne Se Sam...
द भ्रमजाल में एक बार फिर आपका स्वागत है। आज की चर्चा में हम जानेंगे कि अधिक मिलने-जुलने से सम्मान कम क्यों हो जाता है?
Adhik Milne Se Samman Kam Kyon Ho Jata Hai?
Lack of Respect :सम्मान किसे मिलता है? इसका एक सरल सा जवाब है, जो दुर्लभ हो। यदि आप लगातार नजर आएंगे, हमेशा इर्द-गिर्द रहेंगे, तो तमाम उपयोगिताओं के बावजूद आपकी पूछ कम होती जाएगी। ऊंचाई पर पहुंचने वाला हर व्यक्ति इस नियम पर चलता है, भले ही वह ओढ़ी गई व्यस्तता की आड़ में ऐसा करे। यह बात जीवन के हरेक पहलू में देखी जा सकती है।
किसी के घर बार-बार जाने पर सम्मान घटने की आशंका होती है। प्रेमी-प्रेमिका का मिलना जब तक कम होता है, आकर्षण बना रहता है, लेकिन बहुत मिलने-जुलने पर आकर्षण कम होने लगता है। इसलिए कभी-कभी गायब हो जाना भी आवश्यक है। बाजार में किसी चीज की कमी पड़ जाए, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है, बशर्ते वह वस्तु काम की हो। 'घर की मुर्गी दाल बराबर' जैसी कहावतें सुलभता के संदर्भ में ही बनी हैं।
विख्यात चित्रकार पाब्लो पिकासो लोगों से मिलने-जुलने से परहेज करते थे। वह कहते थे कि जितनी अधिक खोज के बाद सामने वाला मिले, समझिए वह उतना ही मूल्यवान है। लेकिन यह समझना भी जरूरी है कि कब गायब होना है और कितनी देर के लिए गायब होना है।
सितारों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि ज्यादा दिनों के लिए दूर रहे, तो जनता उन्हें भूलने लगती है। इसलिए सोशल मीडिया हो या असली जिंदगी, अति से बचें। बीच-बीच में अवकाश लेते रहें, अपनी कमी महसूस होने दें और फिर नई ऊर्जा के साथ वापसी करें। पाब्लो पिकासो ही नहीं, कई महान लोग ऐसा ही करते थे।
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